Tuesday, December 10, 2013

जीवन एक अभिव्यक्ति







नन्हे शिशु के पदचापों सी मृदु ओस पर,
कमला से तितली बनती रंगीन दुनिया में,
उस हरीतिमा के आँचल में शून्य स्थिर,
यथार्थ क्षण की स्व कल्पना से विरक्ति,
प्रफुल्लित कलिनी – जीवन एक अभिव्यक्ति 


स्वावलम्बी पंछियों की अकल्पित राग ऐक्य में,
श्याम-श्वेत मेघ धारा से सुशोभित पृथ्वी पर 
उस निर्मिति की नाभि से उभरती हुई ज्योत संग,
निर्जल वन में यक्ष गान करती मनु प्रीति,
पञ्च-तत्व धारिणी जीवन एक अभिव्यक्ति